CHO Full Form – CHO क्या होता है कैसे बने कितनी Salary है पूरी जानकारी। 2024

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By Abhishek Patel

इस लेख में CHO Full Form, CHO क्या होता है, CHO Officer Kaise Bane, सीएचओ अधिकारी बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, सीएचओ का वेतन कितना होता है आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा

हमारे देश में बहुत सारे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद है। जहां पर इलाके में रहने वाले लोगों के लिए फ्री में उपचार जैसी सुविधाएं प्रदान करवाई जाती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अलग-अलग रैंक पर कई कर्मचारी और ऑफिसर कार्यरत होते हैं। मेडिकल क्षेत्र में C H O एक बहुत ही सम्मानजनक पद है।

एक CHO अधिकारी भारत में स्वास्थ्य सेवा टीम का एक महत्वपूर्ण सदस्य है। वे समुदाय को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। CHO अधिकारी बनने के लिए समर्पण, कड़ी मेहनत और समुदाय की सेवा करने के जुनून की आवश्यकता होती है। इस लेख में, हम CHO अधिकारी बनने के लिए आपके मन में जो भी सवाल है उन सब के जवाब देंगे।

CHO Full Form in Hindi

CHO Full Form ” Community Health Officer ” होता है। हिंदी में इसे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कहते है। आयुष्मान भारत योजना के तहत सीएचओ को लाया गया था, आपके जानकारी के लिए बता दूँ आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी कहते है।

सीएचओ क्या होता है?

हमारे देश में स्वास्थ्य से जुड़ी कई सारे उप केंद्र है, जिनको आयुष्मान भारत योजना के आने के बाद Health and wellness center (HWC) में बदल दिया गया, और इसी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को हेड करने के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत एक पोस्ट निकाली गयी जिसे Community Health Officer कहते है।

Community Health Officer को आशा(ASHA), ANM और ग्राम प्रधान के साथ मिलकर स्वास्थ्य से जुड़े काम करना होता है। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की तैनाती सभी राज्यों में होती है। इसके अलावा कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को Mid Level Health Provider भी कहते है। 

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी का क्या काम होता है?

जो व्यक्ति CHO (Community Health Officer) के पद पर कार्यरत है। उसे अपने गांव के प्रधान और ANM के साथ मिलकर उस गांव में हेल्थ संबंधित विशेष मुद्दों पर कार्य करना बीमारियों से जूझ रहे लोगों को स्वस्थ करने में अपनी भूमिका निभाना साथ ही साथ अलग-अलग तरह के अभियान भी गांव में चलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होती है। Mid-Level Health Provider और Community Health Officer समान ही होते हैं। (CHO Full Form) दोनों अपनी भूमिका हेल्थ सुधारने में निभाते हैं।

सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के मुख्य कार्य के बारे में यदि हम बात करें तो ग्रामीण इलाके में स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ मरीजों का इलाज करना और गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधित उचित सलाह और सामान्य शारीरिक एक्टिविटी को उनके स्वास्थ्य सुधारने के लिए उनकी दिनचर्या में शामिल करना इसके अलावा दुर्घटना की स्थिति में प्राथमिक उपचार उपलब्ध करवाते हुए आगे बड़े अस्पताल में गंभीर परिस्थिति में मरीजों को ट्रांसफर करना।

अब बात आती है CHO कौन बन सकता है सीएचओ बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता  क्या होनी चाहिए, उसे भी अच्छे से समझते है।

CHO बनने के लिए योग्यता (Community Health Officer Eligibility)

सीएचओ बनने के लिए आपके पास कुछ जरुरी योग्यताएं होने चाहिए जो इस प्रकार है-

  • सी एच ओ बनने के लिए व्यक्ति के पास बीएससी नर्सिंग या फिर पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग की डिग्री होनी अनिवार्य है।
  • उम्मीदवार GNM की डिग्री लेकर सी एच ओ के पद के लिए खुद को योग्य बना सकता है।
  • आवेदन करने वाले महिला व पुरुष की अधिकतम उम्र 35 वर्ष निर्धारित की गई है। हालांकि राज्य सरकार के द्वारा आरक्षित जातियों को अधिकतम आयु सीमा में कुछ छुठ भी प्रदान करवाई जा रही है।
  • Community health officer बनने के लिए व्यक्ति के पास स्वास्थ्य के क्षेत्र में Nursing Officer के तौर पर कम से कम 2 साल का अनुभव होना अनिवार्य है।
  • जो उम्मीदवार सी एच ओ पद के लिए आवेदन करना चाहता है। उस उम्मीदवार का मानसिक रूप से स्वस्थ हो रहा अनिवार्य है।
  • राज्य सरकार के द्वारा सी एच ओ की रिक्त पदों के अनुसार भर्ती का आयोजन किया जाता है। उस समय आप अपना Application Form भर सकते हैं। अलग-अलग समुदाय के विद्यार्थी अलग-अलग Application Fees के साथ इस भर्ती में दाखिल होकर सी एच ओ बन सकते हैं।

सीएचओ (CHO) कैसे बने?

चरण 1: शैक्षिक योग्यता

सीएचओ ऑफिसर बनने के लिए आपके पास बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (बीएससी नर्सिंग) की डिग्री या जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) में डिप्लोमा होना चाहिए। बीएससी नर्सिंग कोर्स की अवधि चार साल है, जबकि जीएनएम कोर्स तीन साल का कोर्स है।

चरण 2: कार्य अनुभव

अपना नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद, आपके पास अस्पताल या क्लिनिकल में कम से कम दो साल का कार्य अनुभव होना चाहिए। यह अनुभव आपको व्यावहारिक ज्ञान और कौशल हासिल करने में मदद करेगा, जो सीएचओ अधिकारी बनने के लिए आवश्यक हैं।

चरण 3: पंजीकरण

इसके बाद आपको इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) में पंजीकरण कराना होगा। आईएनसी भारत में नर्सिंग शिक्षा और अभ्यास के लिए नियामक संस्था है। आईएनसी के साथ पंजीकरण करने के लिए आपको अपनी शैक्षिक योग्यता और कार्य अनुभव विवरण प्रदान करने की आवश्यकता होगी।

चरण 4: चयन प्रक्रिया

CHO अधिकारियों के लिए चयन प्रक्रिया एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होती है। अधिकांश राज्यों में, चयन प्रक्रिया में एक लिखित परीक्षा शामिल होती है, जिसके बाद एक साक्षात्कार होता है। लिखित परीक्षा में सामुदायिक स्वास्थ्य, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और सामान्य ज्ञान जैसे विषय शामिल होते हैं। अगर आप लिखित परीक्षा पास कर लेते हैं तो आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार पैनल आपके संचार कौशल, समस्या को सुलझाने की क्षमता और समुदाय की सेवा करने के आपके जुनून का मूल्यांकन करेगा।

चरण 5: ट्रेनिंग

साक्षात्कार में पास हो जाने के बाद आपको 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ट्रेनिंग में  सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, संक्रामक रोग और स्वास्थ्य संवर्धन जैसे विषय शामिल हैं।ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद आपको हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में नौकरी मिल जाएगी। 

जानकारी के लिए बता दूँ, कार्य करने के लिए आप अपने हिसाब से हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का चयन कर सकते है। आपको हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का चयन फॉर्म भरते समय करना होगा।

सीएचओ की ट्रेनिंग में आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा, साथ ही ट्रेनिंग के दौरान आपकी 3 घंटे की क्लास भी होती है। सबसे अच्छी बात है कि, ट्रेनिंग के दौरान आपको हर महीने वेतन भी दिया जायेगा।

क्या सीएचओ की नौकरी परमानेंट है? (Community Health Officer is Government or Private)

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत CHO कर्मचारियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शामिल किया गया है। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल उत्पन्न होता है कि क्या सी एच ओ अधिकारी परमानेंट सरकारी अफसर होते हैं (CHO Full Form) या फिर इन्हें निश्चित अवधि के लिए भी एक अधिकारी के तौर पर कार्यरत किया जाता है।

तो आपको बताना चाहूंगा कि आयुष्मान भारत योजना की नई गाइडलाइन के अनुसार अगर कोई व्यक्ति लगातार कम्युनिटी हेल्थ officer के तौर पर 6 साल तक काम करता है। तो उसे इतना ही नौकरी पर रख लिया जाता है व्यक्ति 6 साल का कार्यकाल पूरा करने के पश्चात प्रतियोगी exam में भाग लेकर भी Promotion प्राप्त कर सकता है और उच्च पदों पर नौकरी हासिल कर सकता है।

CHO की सैलरी कितनी होती है ?

किसी भी सरकारी व प्राइवेट पद पर काम करने से पहले उम्मीदवार के मन में उस पद पर कार्यरत रहते हुए उम्मीदवार को कितनी सैलरी मिलेगी इसके बारे में विभाग में कई प्रकार के सवालों उत्पन्न होते हैं। Community Health Officer पद पर काम करने वाले कर्मचारी को शुरुआत में ₹25000 प्रति महीना सैलरी दी जाएगी। हालांकि यह सैलरी राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।

किसी राज्य में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की सैलरी अधिक और किसी राज्य में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की सैलरी कम हो सकती है। उदाहरण के तौर पर कर्नाटक राज्य में कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर की शुरुआती सैलरी ₹32500 और छत्तीसगढ़ राज्य में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की सैलरी ₹31500 निर्धारित की हुई है। उसके पश्चात धीरे-धीरे आपकी सैलरी में बढ़ोतरी होती रहती हैं। जिस प्रकार से आपको प्रमोशन मिलता है। उसी प्रकार से आपकी salary में भी बढ़ोतरी होती है।

FAQ

CHO का full form क्या है?

CHO का पूरा नाम Community Health Officer होता है। इसे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी भी कहते है।

Q: CHO का कार्य क्या है?

Ans: गांव में मरीजों का इलाज करना,ओपीडी का संचालन करना, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओ को उचित सलाह देना और जरूरत होने पर स्वास्थ्य से जुड़े उपचार करना आदि कई सारे प्राथमिक उपचार मुहैया कराने का काम करते है।

Q: CHO की सैलरी कितनी होती है?

Ans: लगभग 25,000

Q: क्या सी एच ओ की नौकरी परमानेंट होती है?

Ans: आयुष्मान भारत योजना के तहत अगर कोई 6 साल तक CHO के तौर पर अपनी सेवा देता है तो उसे परमानेंट रख लिया जाता है, इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा देकर भी प्रमोशन पा सकते है साथ ही उच्च पद पर नौकरी पा सकते है।

What is Cho in nursing?

Community Health Officer (CHO)

This means that they are trained and legally permitted to provide healthcare in fewer situations than physicians but more than other health professionals. In India, Community Health Officer is another name of Mid-Level Practitioner.

What is the education of Cho?

Educational Qualification

Candidates should be registered nurses with a minimum B.Sc Nursing/post basic B.Sc nursing qualification or equivalent from an institution recognized by the Karnataka State Nursing Council/Indian Nursing Council

Conclusion

दोस्तों आज के इस लेख में हमने Community Health Officer (CHO) क्या है, CHO Full Form सीएचओ बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए, CHO बनने से बाद वेतन कितना मिलता है, CHO की नौकरी परमानेंट कब होती है आदि चीजों के बारे में अच्छे से जाना। 

मैं उम्मीद करता हूँ हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपको पसंद आई होगी, यदि आपको इस लेख की जानकारी अच्छी लगी तो इसे शेयर जरूर करे और CHO के विषय में आपके मन में किसी तरह का सवाल हो तो हमे कमेंट करके पूछ सकते है।

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